मुख्य मंत्री द्वारा गलवान घाटी के पाँच शहीदों के पैतृक गाँवों के विकास के लिए 1.25 करोड़ रुपए देने की मंज़ूरी
भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण, अमृतसर के वॉर म्युजिय़म और फाजि़ल्का की यादगार के लिए 22.40 करोड़ रुपए देने की मंज़ूरी चंडीगढ़, 26 मार्च: गलवान घाटी में बेमिसाल बहादुरी दिखाने वाले पंजाब के पाँच शहीदों के सत्कार के तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को शहीदों के पैतृक गाँवों के विकास के लिए 25-25 लाख रुपए जारी करने की मंज़ूरी दी।
पूर्व सैनिकों के लिए विभिन्न कल्याण स्कीमों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का यह विनम्र प्रयास है कि गलवान घाटी के शहीदों के गाँवों का विकास किया जाए।
अधिक विवरण जारी करते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा 3 मीडियम रेजीमैंट के नायब सूबेदार मनदीप सिंह के गाँव सील (पटियाला), 3 मीडियम रेजीमैंट के नायब सूबेदार सतनाम सिंह के गाँव भोजराज (गुरदासपुर), 3 पंजाब के वीर चक्र ऐवॉर्डी सिपाही गुरतेज सिंह के गाँव बीरेवाल डोगरा (मानसा), 3 पंजाब के सिपाही गुरबिन्दर सिंह के गाँव तोलेवाल (संगरूर) और 58 इंजीनियर रेजीमैंट के लान्स नायक सलीम खान के गाँव मरदांहेड़ी (पटियाला) के विकास के लिए 25-25 लाख रुपए स्वीकृत किए गए।
इन पाँच गाँवों के विकास के लिए 1.25 करोड़ रुपए मंज़ूर करने के अलावा मुख्यमंत्री ने पंजाब स्टेट वॉर हीरोज़ मैमोरियल एंड म्युजिय़म, अमृतसर के लिए भी 18 करोड़ रुपए की मंज़ूरी दी।
सरकारी प्रवक्ता ने आगे बताया पूर्व सैनिकों, युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं और उनके पारिवारिक सदस्यों के रहन-सहन की सुविधा के लिए मानसा और शहीद भगत सिंह नगर में सैनिक रैस्ट हाऊसज़ के निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपए मंज़ूर किए गए।
मुख्यमंत्री ने फाजि़ल्का जि़ले के आसफवाला में वॉर मैमोरियल के नवीनीकरण और विक्ट्री टावर के निर्माण के लिए 39.50 लाख रुपए जारी करने की भी मंज़ूरी दे दी। जि़क्रयोग्य है कि यह मैमोरियल 1971 की भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान फाजि़ल्का क्षेत्र में शहादत पाने वाले सैनिकों की वीर गाथा की याद में बनाया गया था।