भारतीय संविधान निर्माता भीमराव रामजी अंबेडकर जंयती आज
चंडीगढ, 14 अप्रैल ( विश्ववार्ता) डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का नाम आते ही भारतीय संविधान का जिक्र अपने आप आ जाता है. सारी दुनिया आमतौर पर उन्हें या तो भारतीय संविधान के निर्माण में अहम भूमिका के नाते याद करती है या फिर भेदभाव वाली जाति व्यवस्था की प्रखर आलोचना करने और सामाजिक गैरबराबरी के खिलाफ आवाज उठाने वाले योद्धा के तौर पर. इन दोनों ही रूपों में डॉक्टर अंबेडकर की बेमिसाल भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता. लेकिन डॉक्टर अंबेडकर ने एक दिग्गज अर्थशास्त्री के तौर पर भी देश और दुनिया के पैमाने पर बेहद अहम योगदान दिया, जिसकी चर्चा कम ही होती है. उन्हें 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इक्नोमिक्स और कोलंबिया यूनिवर्सिटीज से इंक्नोमिक्स में डॉक्टरेट किया था। ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में बाबा साहेब अंबेडकर एक महत्वपूर्ण वकील और आंदोलन का सदस्य थे। उनके बिना आजादी सपना अधूरा ही रह जाता। इसके अलावा उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, संविधान की ड्राफ्टिंग और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना के लिए आइडियाज दिए।