पंजाब में प्रसूति के दौरान माताओं की मौत दर पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयत्नशील – डॉ. ओ.पी. गोजराचंडीगढ़ 4 मार्चःप्रसूति के दौरान माताओं की मौत पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर प्रसूति के दौरान होने वाली माताओं की मौतों का लगातार जांच की जा रही है जिससे प्रसूति के दौरान माताओं की होने वाली मौतों के कारणों का पता लगा कर इन पर काबू पाया जा सके।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं(परिवार कल्याण) पंजाब डॉ. ओ.पी. गोजरा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसूति के दौरान माताओं की होने वाली मौतों पर काबू पाने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं। राज्य के ज़िला फतेहगढ़ साहिब में माताओं की मौत दर बाकी जिलों के मुकाबले और अधिक होने के कारण खतरे की श्रेणी में है।
यहां यह भी वर्णनयोग्य है कि पंजाब में माताओं की मौत दर 129 प्रति एक लाख प्रसूति है जबकि राष्ट्रीय स्तर की संख्या 122 है। इसकी गंभीरता को देखते हुए सहायक डायरैक्टर डॉ. विनीत नागपाल द्वारा ज़िला फतेहगढ़ साहिब का दौरा करके माह अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 के दौरान अधिक हुयी माताओं की मौतों के किये रिविऊ का ऑडिट किया गया। जिस दौरान जिले के सिवल सर्जन, प्रोग्राम अधिकारियों, सीनियर मेडिकल अफ़सरों, मल्टीपर्पज़ हैल्थ सुपरवाईज़रज़ (महिला) के साथ एक अहम मीटिंग की गई और ज़रूरी दिशा निर्देश दिए गए जिससे भविष्य में माताओं की प्रसूति के दौरान होने वाली मौतों पर काबू पाया जा सके।
इस मौके पर डाक्टर इन्द्रदीप कौर, प्रोग्राम अधिकारी एम.सी.एच, सिविल सर्जन फतेहगढ़ साहिब डॉ. हरविन्दर सिंह, ज़िला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. अनू चोपड़ा दोसांझ के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
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