क्षेत्रीय अंग्रेजी संस्थान चंडीगढ़ द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय एकता दिवस
चंडीगढ़, 31 अक्तूबर (विश्ववार्ता) क्षेत्रीय अंग्रेजी संस्थान चंडीगढ़ द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया। संस्थान की निदेशक डॉ. वंदना लुन्याल ने राष्ट्रीय एकता दिवस के महत्व के बारे में एक प्रेरणादायक भाषण दिया और भारत के लौह पुरुष, सरदार वल्लभभाई पटेल के बहुमुखी व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। प्रतिज्ञा ग्रहण, सेक्टर 32 के आसपास वॉकथॉन जैसी गतिविधियां आयोजित की गईं। सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर आधारित फिल्म स्क्रीनिंग का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आजादी के बाद देश को एकजुट करने में सरदार पटेल की भूमिका और एक मजबूत और अधिक समृद्ध भारत के निर्माण में उनके बहुमूल्य योगदान पर जोर दिया गया।
राष्ट्रीय एकता दिवस भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने कई रियासतों को भारत संघ में शामिल होने के लिए राजी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह भारत के लौह पुरुष और भारतीय गणराज्य के संस्थापक नेताओं में से एक के रूप में प्रसिद्ध हैं। साल 1947 में जब भारत को आजादी मिली, तो उस समय देश में 562 रियासतें हुआ करती थी, जिसमें से अधिकांश ने देश में कर वसूलने का ठेका लिया हुआ था।साल 2014 में भारत सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत की। देश के लिए उनके असाधारण कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने भारत को एकजुट रखने के लिए कड़ी मेहनत की थी।
राष्ट्रीय एकता दिवस का उद्घाटन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर एक कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर किया था, जिसे नई दिल्ली में ‘रन फॉर यूनिटी’ के नाम से जाना जाता है। भारतीय इतिहास में सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रन फॉर यूनिटी आयोजित का आयोजन किया जाता है।